The Spirit of Ghazals - लफ़्ज़ों का खेल | Urdu & Hindi Poetry, Shayari of Famous Poets: ​सज़दे में इस सर को झुकाना पड़ता है सबको अपने दिल में बसाना पड़ता हैं
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​सज़दे में इस सर को झुकाना पड़ता है सबको अपने दिल में बसाना पड़ता हैं....✍. Meri Qalam Mere Jazbaat ♡

November 23, 2016 0
​सज़दे में इस सर को झुकाना पड़ता है सबको अपने दिल में बसाना पड़ता हैं प्यार मुहब्बत  दिखने  में  ही आसां है इस दरिया में  डूब  के जाना ...
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