The Spirit of Ghazals - लफ़्ज़ों का खेल | Urdu & Hindi Poetry, Shayari of Famous Poets: आज सड़कों पर लिखे हैं सैकड़ों नारे न देख .पर अँधेरा देख तू आकाश के तारे न देख
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आज सड़कों पर लिखे हैं सैकड़ों नारे न देख .पर अँधेरा देख तू आकाश के तारे न देख......

November 23, 2016 0
आज सड़कों पर लिखे हैं सैकड़ों नारे न देख, पर अँधेरा देख तू आकाश के तारे न देख। एक दरिया है यहाँ पर दूर तक फैला हुआ, आज अपने बाज़ुओं ...
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