परवानों सा हमने जलना सीख लिया
हमने इश्क़ में ख़ुद ही मरना सीख लिया
हमने इश्क़ में ख़ुद ही मरना सीख लिया
हमने इक दस्तूर पूराना सीख लिया
अश्क़ छुपाकर हमने हंसना सीख लिया
देखे खंज़र जब अपनों के हाथों में
हमने उस खंज़र से मरना सीख लिया
समझे चाहे वो हमको आवारा अब
हमने अपनी मौज में रहना सीख लिया
ख्वाबों की ताबीर लगे है अब मेहनत
ख्वाब हकीकत हमने करना सीख लिया
प्यार जिसे मिल पाया सच्चा दुनिया में
उसने रौशन जीवन करना सीख लिया
एक झरोखा यादों का दिल बन बैठा
हमने दिल में याद पिरोना सीख लिया
किस्से इश्क़ के सुनके रो बैठे इन्सा
इश्क़ में हमने जबसे लुटना सिख लिया
फूल भरी राहों के हम कब आदी थे
पथरीली राहों पर चलना सीख लिया
दिल दीवाना रोया देख यही मंज़र
आदम ने आदम को डसना सीख लिया
रस्मे उल्फ़त का मारा हूँ कुमार शशि
दिल पे पत्थर मैंने रखना सीख लिया
✍Meri Qalam Mere Jazbaat ♡
- #Dedicated ♡ My Love ♡
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