​दिन का उजाला है, पर रात अभी बाकी है  उनके इज़हार-ए-मोहब्बत की बात अभी बाकी है... - The Spirit of Ghazals - लफ़्ज़ों का खेल | Urdu & Hindi Poetry, Shayari of Famous Poets
​दिन का उजाला है, पर रात अभी बाकी है  उनके इज़हार-ए-मोहब्बत की बात अभी बाकी है...

​दिन का उजाला है, पर रात अभी बाकी है  उनके इज़हार-ए-मोहब्बत की बात अभी बाकी है...

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दिन का उजाला है, पर रात अभी बाकी है,
उनके इज़हार-ए-मोहब्बत की बात अभी बाकी है,
वो होंटों पे मेरे उनकी उँगलियों का आना,
और इज़हार करते करते उनका यूँ रुक जाना,
वो जिस्म में मेरे उनकी रूह अभी बाकी है,
इंतज़ार की हद क्या होगी पूरी ज़िन्दगी अभी बाकी है..
..... कुमार शशि.....
#_तन्हा_दिल...✍Meri Qalam Mere Jazbaat♡

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