उदास कर देती है, हर रोज ये शाम मुझे ....✍ - The Spirit of Ghazals - लफ़्ज़ों का खेल | Urdu & Hindi Poetry, Shayari of Famous Poets
उदास कर देती है, हर रोज ये शाम मुझे ....✍

उदास कर देती है, हर रोज ये शाम मुझे ....✍

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 उदास कर देती है, हर रोज ये शाम मुझे ..
 यूँ  लगता है, 
जैसे कोई भूल रहा हो, मुझे आहिस्ता आहिस्ता..!!
...... कुमार शशि.....  ♡..♡ 
#_तन्हा_दिल...✍Meri Qalam Mere Jazbaat♡

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