​वो क्या अजब पागलपन किया करते थे, - The Spirit of Ghazals - लफ़्ज़ों का खेल | Urdu & Hindi Poetry, Shayari of Famous Poets
demo-image
nth

​वो क्या अजब पागलपन किया करते थे,

Share This
​वो क्या अजब पागलपन किया करते थे,
अब लगता है हम कभी सच में मोहब्बत किया करते थे..
सफर बन जाता था एक छोटा सा रास्ता,
अब लगता है हम कभी सच में मिला करते थे..
खुश्बुएं बहार की तेरे गेसुओं में छुपी रहती थीं,
अब लगता है हम लफ्ज़-ऐ-गुलाब इश्क़ को सही लिखा करते थे..

– ‪#‎Dedicated‬ ♡2712 

Comment Using!!

Pages

undefined