The Spirit of Ghazals - लफ़्ज़ों का खेल | Urdu & Hindi Poetry, Shayari of Famous Poets: shashi kumar
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​​अब क्या सोचें क्या हालात थे किस कारण ये ज़हर पिया है✍

December 09, 2016 0
​​अब क्या सोचें क्या हालात थे किस कारण ये ज़हर पिया है.. हम ने उस के शहर को छोड़ा और आँखों को मूँद लिया है.. अपना ये शेवा तो नहीं था अ...
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​"सुन पगली" तुझसे हुई थी मेरी मोहब्बत की तलाश शुरू.... और तू ही मुझे ठुकरा के बैठी है....

September 18, 2016 0
​"सुन पगली" तुझसे हुई थी मेरी मोहब्बत की तलाश शुरू.... और तू ही मुझे ठुकरा के बैठी है.... मैं भटक रहा हू आज तक वीरानो में...
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​इक ग़ज़ल तुम्हारे नाम---!!!! उल्फत में जो दलदल देखा, खुद को मरते हर पल देखा।

September 18, 2016 0
​इक ग़ज़ल तुम्हारे नाम---!!!! उल्फत में जो दलदल देखा, खुद को मरते हर पल देखा। सपना आँखों में था उसका, रोते जिसको पल पल देखा। दिल ...
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​!! मैं तुमसे बेहतर लिखता हूँ , पर जज्बात तुम्हारे अच्छे हैं !

September 18, 2016 0
​!! मैं तुमसे बेहतर लिखता हूँ , पर जज्बात तुम्हारे अच्छे हैं ! मैं तुमसे बेहतर दिखता हूँ , पर अदा तुम्हारी अच्छी हैं ! मैं खुश हर...
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